दवात से कलम तक,
कलम से कम्प्यूटर तक
तकनीक की तरह ही मैं भी
आगे खिसकता जाता हूँ।
कलम की नोक से मैं भी
तुकबुक लिखता जाता हूँ।
साहित्य की गूढ़ बातें
मुझे भले समझ ना आये
लिखता हूँ फिर भी मैं
यही मन को मेरे भाये
भविष्य में बढ़ते हुए
वर्तमान सामने लाता हूँ
कलम की नोक से मैं भी
तुकबुक लिखता जाता हूँ।
© Tukbook
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