मूषक राज
मूषक राज , मूषक राज
देते सब इनके हिम्मत की दाद।
कुतर-कुतर खा जाते हैं
हाँथ न किसी के आते हैं
इनकी नजरों से कुछ
न बच पाता है
जो भी दिख जाए
उसे काट खा जाते हैं
छोटे बच्चे इनको देखते हीं
जल्दी से जाते हैं भाग
मूषक राज , मूषक राज
देते सब इनके हिम्मत की दाद।
आँखें हैं इनकी तेज बड़ी
सबसे बचकर निकल जाते हैं
काम है इनका सबसे खास
समय नहीं है इनके पास
जब भी इनको आये गुस्सा
कर देते हैं सब बर्बाद
मूषक राज , मूषक राज
देते सब इनके हिम्मत की दाद।
बिल्ली रानी भी हैं इनकी दीवानी
लेकिन ये करते हैं अपनी मनमानी
सरपट-सरपट ये दौड़े -भागे
बिल्ली पीछे चूहा आगे
जब घर में हो कुछ खटपट
सबकी नींद जाती है भाग
मूषक राज , मूषक राज
देते सब इनके हिम्मत की दाद।
© Tukbook
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