क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ मुझपे हक जाताना
तेरी उस अपनेपन को
क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ मुझपे रॉब जमाना
तेरी उस हुकूमत को
क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ मुझसे नाराज होना
तेरी उस नाराजगी को
क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ मुझपे भरोसा करना
तेरे उस अटूट विश्वास को
क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ मुझसे हंसकर बातें करना
तेरी उन प्यारी बातों को
क्या नाम दूँ ?
तेरे कहने पर मेरा तेरी तारीफें करना
उन तारीफों की बारिश को
क्या नाम दूँ ?
तेरे दिल में जो हैं शरारतें
तेरी उन शरारतों को
क्या नाम दूँ ?
तेरी आँखों में हैं जो मस्तियाँ
उन आँखों की मस्तियों को
क्या नाम दूँ ?
मुझे देखकर वो तेरा मुस्कुराना
तेरी उन मुस्कुराहटों को
क्या नाम दूँ ?
तेरा यूँ शरमाकर नजरें झुकाना
तेरी उस शर्मो-हया को
क्या नाम दूँ ?
मेरी बातों पर वो तेरा खिलखिलाना
तेरी उन खिलखिलाहटों को
क्या नाम दूँ ?
दोस्ती से भी बढ़कर है हमारा रिश्ता
अपने इस ख़ूबसूरत रिश्ते को
क्या नाम दूँ ?
मेरा यूँ टूटकर तुझे चाहना
मेरी इस बेपनाह चाहत को
क्या नाम दूँ ?
© Tukbook
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