ऐसी लड़की चाहिए
क्या कहा.....?
मुझे कैसी लड़की चाहिए.... !
सुनो बाबू के दौर में ,
अजी-सुनो बोलने वाली चाहिए,
और मैं नये दौर का पुराना सा लड़का हूँ,
मुझे आज भी चेहरा छुपाने वाली चाहिए...
और ये जीन्स, टॉप वाली नहीं सुहाती मुझे,
मुझे तो दांतो तले दुप्पटा दबाने वाली चाहिए...
जिसकी निगाहें मेरी
गुनाह-ऐ-बुराई को चिर कर,
मेरी अच्छाई देख पाने वाली चाहिए...
मुझे प्यार कम करे, पर सूबह फज़र में,
नमाज़ के लिए, उठाने वाली चाहिए...
मै खूद को फिट रखूँ या ना रखूँ ,
मेरे को और अपने आप को
फिट रखने वाली चाहिए...
मेरे लिए फ़िक्र कम भी करे तो चलेगा,
मेरी फैमली की फ़िक्र करने वाली चाहिए...
मैंने जन्नत नहीं देखा,
मुझे मेरी जिंदगी को
ज़न्नत बनाने वाली चाहिए...
अल्फाज़-ऐ-एज़ाज़
© Tukbook
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