अब वो कैसी होगी...
तुम्हारी date of birth क्या होगी?
तुम कहाँ और कैसे होगी?,
नहीं मालूम 'मिस अनु "
अब तुम्हारी उम्र क्या होगी?
तुम किन ख़्वाबों में ना जाने
अपने आप को डुबोती होगी
तुम्हारे दिल के और इस
दुनिया से कैसे सिलसिले होंगे?
तुम्हें कैसे गुमाँ होंगे
तुम्हें कैसे गिले होंगे
तुम्हारी सुबह न जाने
किन ख़यालों से नहाती होगी?
तुम्हारी शाम न जाने किन
मलालों से निभाती होंगी
न जाने कौन कौन सी यादें
तुम्हारी ज़िंदगी में होंगी?
न जाने तुम्हारी कौन सी
सोच-ऐ-ज़िन्दगी होगी
तुम मुझे याद करती होगी
या ना करती होगी
न जाने तुम भी कितना
कम मुझे सोचती होगी
तुम मेरे बारे मे कुछ तो
जरूर जानती होगी
तुम मेरे लिखने का
तरीका तो पहचानती होगी,
क्यों सोचते हो एज़ाज़,
छोड़ो अब ये सब बाते.....
ये सब यू ही लिख देना
तुम्हारे इतिहास का क़िस्सा है
एज़ाज़ ये तो तुम्हारा अपना
नया फ़न का हिस्सा है
अल्फाज़-ऐ-एज़ाज़
© Tukbook
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