खामोशी (The Silence)

खामोशी (The Silence)

person standing and looking at gray metal bridge

 मैं कबसे रूठा हूँ तुझसे 
कोशिश भी की जताने की 
तुझे तो परवाह हीं नहीं मेरी 
कोशिश भी न की मनाने की 

तुझे पता नहीं अपने हीं बारे में 
और करते हो बातें ज़माने की 
भूलने को कुछ बाकी हीं न रहा 
याद भी न रही बातें अफ़साने की 

अब लबों पर छायी है ख़ामोशी 
किसको पड़ी है हँसने और हँसाने की 
बस यूँ हीं जिए जा रहे हैं हम 
रिश्ते तो हैं बस दिखाने के 

तुम भी Busy हो गए अपनों के बीच 
मैं भी लगा अपना Career बनाने में 
छोड़ दिया है मैंने भी बचपना 
अब मज़ा नहीं आता किसी को सताने में। 
© Tukbook

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

पूरा पढ़ लिया आपने ? हमें बताएं कि यह आपको कैसा लगा ?